Lok Sabha Election: सांसदों के साथ ही कई दावेदार पहुंचें दिल्ली,जल्द जारी होगी भाजपा की पहली सूची
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस- बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने तैयारी तेज कर दी है। बीजेपी इस बार हैट्रिक बनाने के लिए खास रणनीति बना रही है। वहीं टिकट के दावेदारों मे भी ऐड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। लेकिन सबसे दिलचस्प स्थिती उन सीटों पर बनी हुई है जहां कांग्रेस या अन्य पार्टी से आए नेता दावेदारी जता रहे हैं। ऐसे में भाजपा के नेताओं के सामने भी धर्मसंकट की स्थिती खड़ी हो रही है।

जयपुर।
भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से ठीक पहले ही राजस्थान के सांसद और टिकट के दावेदार दिल्ली में मौजूद रहे। इन सांसदों और दावेदारों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ ही कोर कमेटी के सदस्यों से मुलाकात की। इसके साथ ही दिल्ली में भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात कर टिकट की लॉबिंग की। दरअसल, इस बार राजस्थान में भाजपा एक बार फिर से हैट्रिक लगाना चाहती है। ऐसे में जिन सांसदों के खिलाफ उनके क्षेत्र में विरोध है, उनका टिकट कटना तय माना जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो भाजपा इस सूची में कई नए नामों को जगह देगी। साथ ही कई नाम चौंकाने वाले होंगे। जिस तरह से विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण हुआ और उसके बाद प्रदेश में राज्यसभा के लिए उम्मीदवारों के एलान ने सभी को चौंका दिया था। ऐसे में टिकट के दावेदारों को उम्मीद है कि पार्टी सांसदों के टिकट काटकर इस बार बड़ी संख्या में नए दावेदारों को भी टिकट देगी। दरअसल, पिछली दो बार से सभी 25 सीटों पर जीत हासिल कर रही भाजपा टिकट वितरण में सभी समीकरणों को साधने की कोशिश कर रही है।
मालवीय की टिकट मानी जा रही है तय
इधर, भाजपा बांसवाड़ा से महेंद्रजीत मालवीय को टिकट देगी। पिछले दिनों ही उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था। उनकी ज्वाइनिंग से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई थी। भाजपा में आने के कारण उन्होंने विधायक पद से भी इस्तीफा दिया, जो स्वीकार हो चुका है। उनकी ज्वाइनिंग के साथ ही यह लगभग तय हो चुका था कि पार्टी आदिवासी चेहरे के रूप में उन्हें बांसवाड़ा से प्रत्याशी बना सकती है। हालांकि यदि भाजपा उन्हें प्रत्याशी बनाती है तो कनकमल कटारा को भी संतुष्ट करना होगा।
नागौर पर सबसे ज्यादा सस्पेंस
इसके साथ ही भाजपा में नागौर सीट को लेकर सबसे ज्यादा सस्पेंस बना हुआ है। पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन किया था। इसके बाद आरएलडी के प्रत्याशी के तौर पर पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। हालांकि किसानों के बिल को लेकर उनकी पार्टी से अनबन हो गई। जिसके चलते उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया। ऐसे में भाजपा नागौर में किसी बड़े जाट नेता को टिकट देगी। नागौर से पूर्व केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी के साथ ही विधानसभा चुनाव हार चुकी नागौर विधानसभा क्षेत्र की प्रत्याशी डॉ.ज्योति मिर्धा भी प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं।
कई बड़े नेताओं की हो सकती है ज्वाइनिंग
सूत्रों की मानें तो पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा से ठीक पहले कुछ नए नेताओं को शामिल कर सकती है। इसमें कुछ नेता कांग्रेस के भी बताए जा रहे हैं। ऐसे में यदि पार्टी इन नेताओं को सदस्यता देती है तो संभव है कि उन्हें भी टिकट दिया जाए। पार्टी की ओर से बनाई गई ज्वाइनिंग कमेटी ऐसे नेताओं को देख रही है, जिनका जातिय आधार होने के साथ ही क्षेत्र में अच्छी पकड़ हो।
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