Jhansi Medical College शॉर्ट सर्किट की चिंगारी बनी अग्निकांड की वजह, लील गई 10 नवजात ज़िंदगियां

Jhansi Medical College fire Update झाँसी मेडिकल कॉलेज में लगी भीषण आग से 10 नवजात शिशुओं की जान चली गई है। सीएम योगी ने मृतक शिशुओं के परिजनों को 5-5 लाख रु. की आर्थिक सहायता की घेषणा की है। आग् लगने का कारण शॉर्ट सर्किट की चिंगारी से आग लगना सामने आई है।

Nov 16, 2024 - 15:42
Nov 17, 2024 - 10:03
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Jhansi Medical College शॉर्ट सर्किट की चिंगारी बनी अग्निकांड की वजह, लील गई 10 नवजात ज़िंदगियां
आग बुझाने की कोशिश में लगे दमकल कर्मी

Jhansi Medical College : 10 बच्चे जिंदा जले, सामने आई अग्निकांड की वजह

Jhansi Medical College fire Update झाँसी मेडिकल कॉलेज में लगी भीषण आग से 10 नवजात शिशुओं की जान चली गई है। सीएम योगी ने मृतक शिशुओं के परिजनों को 5-5 लाख रु. की आर्थिक सहायता की घेषणा की है।

महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में बने NICU वार्ड में शुक्रवार रात लगी भीषण आग कई परिवारों के नवजातों को छीनकर भयंकर दर्द दे गई। घटना के समय पूरे वार्ड में ऑक्सीजन ऑन थी। जिससे ओक्सीजन ने तुरंत आग पकडी और एक के बाद एक कई धमाके हुए।फैलती आग की लपटों को देखकर चारों तरफ चीख पुकार मच गई, ऐसे में जिसे जो समझ आया उस तरह से बच्चों को बाहर निकाल कर बचाने में जुट गया।

डिप्टी सीएम के अनुसार आग लगते ही एक वार्ड बॉय ने अग्निशामक यंत्र से आग बुझाने की कोशिश भी की लेकिन वह काफी नहीं था। सभी स्टाफ और परिजन तुरंत आग पर काबू पाने के प्रयास में जुट गए। साथ ही वहां भर्ती बच्चों को बचाने में लग गए। और 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लाने में सफल हुए। 

मृत 10 बच्चों मे से छः की शिनाख्त, बाकी बच्चों की पहचान के लिए करवाएंगे DNA टेस्ट

मेडिकल कॉलेज के NICU में लगी आग में 10 नवजातों की जीवनलीला समाप्त हो गई, जिनमें से अभी तक 6 बच्चों की शिनाख्त हो गयी है जबकि 4 बच्चों की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पायी है।

डिप्टी सीएम के अनुसार जिन बच्चों की शिनाख्त नहीं हो पायी है, उनके डीएनए टेस्ट कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुछ परिजनों से संपर्क नहीं हो रहा है। अब उनके मोबाइल फोन बंद है इसलिए स्थानीय स्तर पर उनके घर भेजकर बच्चों के बारे में जानकारी कर रहे हैं।

साथ ही मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि जिन बच्चों को आग से सुरक्षित बाहर निकालने में सफल हुए हैं वे सभी पूरी तरह से सुरक्षित है और उनका उपचार किया जा रहा है। वे आग से नहीं झुलसे हैं, बल्कि अन्य बीमारियों से पीडित हैं।वहीं आग में से सुरक्षित निकाले गए बच्चों में से 2 के माता पिता का पता नहीं चल पा रहा है उनकी तलाश जारी है।

डिप्टी सीएम ने कहा, सरकार पीडित परिवारों के साथ

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि हर हाल में घटना के कारणों को तथ्यात्मक रूप से सामने लाया जाएगा। सरकार मृत व घायल बच्चों के परिजनों के साथ खड़ी है। हर स्थिति में घटना के कारणों को साफ किया जाएगा। यदि लापरवाही है तो भी और यदि दुर्घटना है तो भी, सारे कारणों को सामने लाया जाएगा।

साथ ही उन्होंने मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों, स्टाफ व पैरा मेडिकल स्टाफ की बहादुरी की प्रशंसा की।

तीन कमेटियां करेंगी जांच, प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट 24 घंटे में

शनिवार को तड़के मेडिकल कॉलेज पहुंचे प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने घटना की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए तीन कमेटी बनाई गई हैं।

पहली जांच शासन स्तर पर स्वास्थ्य विभाग करेगा। इसमें फायर ब्रिगेड के अधिकारी भी शामिल होंगे।

दूसरी जांच जिला स्तर पर प्रशासन कराएगा।

तीसरी मजिस्ट्रियल जांच करवाई जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने डीआईजी व कमिश्नर से पूरी घटना की प्रारम्भिक जांच रिपोर्ट 12 घंटे में अलग से मांगी है, ताकि आगे के कदम उठाए जा सकें।

डिप्टी सीएम ने बताया कि घटना की प्रारम्भिक जांच शुरू कर दी गई है। इसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आ जाएगी। उसके बाद मजिस्ट्रियल रिपोर्ट आएगी। जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी, हम कार्रवाई करेंगे। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

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