राजस्थान विधानसभा में माफी बना मुद्दा, कांग्रेस ने किया विधानसभा सत्र का बहिष्कार
स्पीकर वासुदेव देवनानी का कहना है कि निलंबित विधायक माफी मांगे, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि पहले मंत्री अविनाश गहलोत को माफी मांगना होगी।

राजस्थान में भाजपा सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत के एक बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच में जोरदार बवाल हो गया है। कांग्रेस के विधायकों ने सड़क से लेकर सदन तक प्रदर्शन किया है। कांग्रेसियों का कहना है की मंत्री अविनाश गहलोत को माफी मांगनी चाहिए। वहीं भाजपा का कहना है की निलंबित विधायकों को सदन में माफी मांगनी चाहिए। गौरतलब है की विधानसभा अव्यवहार करने पर कांग्रेस के 6 विधायकों को निलंबित कर दिया गया था।
निलंबित विधायक मांगे माफी
स्पीकर वासुदेव देवनानी का कहना है कि निलंबित विधायक माफी मांगे, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि पहले मंत्री अविनाश गहलोत को माफी मांगना होगी। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा विधानसभा पहुंचे हैं। वो यहां भाजपा के विधायकों के साथ बैठक करेंगे। हो सकता है कांग्रेस के और भाजपा स्पीकर के ऑफिस में एक बार फिर इस गतिरोध को तोड़ने के लिए कोई समझौता करें।
भाजपा ने किया इंदिरा गांधी का अपमान
गौरतलब है की बजट सत्र के दौरान मंत्री अविनाश गहलोत ने अपने एक बयान में कहा था की कांग्रेस की सरकार तो अपनी सारी योजनाएं अपनी दादी के नाम पर बनाती थी, इस पर विपक्षियों ने आपत्ति जताई। कांग्रेस विधायकों का कहना है की अविनाश गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का अपमान किया है।
डोटासरा ने भाजपा को बताया गोडसे का अनुयायी
इस मामले पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा की ये लोग नाथूराम गोडसे के अनुयायी हैं, जालसाजी और विश्वासघात करना इनके खून में है। राजस्थान की जनता साक्षी है, मैंने पूरे घटनाक्रम पर सदन में खेद प्रकट किया है लेकिन समझौते के बावजूद भाजपा सरकार के मंत्री की माफी नहीं आई। मंत्री माफी पर विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था क्यों नहीं दी? क्योंकि भाजपा सरकार ने ये सारा षड्यंत्र विपक्ष को कुचलने और बजट विफलता पर चर्चा से भागने के लिए रचा है।
जनता की लड़ाई सड़क पर लडने को तैयार है कांग्रेस
डोटासरा ने कहा की अपमान करना और माफी नहीं मांगना इनकी आदत रही है। चाहे अविनाश गहलोत हो या इनके केंद्र के मंत्री और सांसद। ये लोग देश में तानाशाही से जो मर्जी आए कहना और करना चाहते हैं। सत्ता के अहंकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहते हैं। डोटासरा ने कहा की जब तक भाजपा सरकार के मंत्री स्व. इंदिरा गांधी जी के अपमान पर माफी नहीं मांगते और सदन की कार्यवाही से उनके शब्दों को एक्सपंग नहीं करेंगे तब तक कांग्रेस सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगी। हम जनता की लड़ाई सड़क पर लड़ने के लिए तैयार हैं।
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