ट्यूबवेल बोरिंग के दौरान बहने वाला पानी हुआ बंद, गांव वालों ने ली राहत की सांस
भूजल वैज्ञानिक डाॅ. नारायण ईणखिया ने कहा, लगभग 850 फीट की गहराई के बाद मोहनगढ़ में भूजल प्रवाहित होना शुरू हो गया था। उसकी गति इतनी ज्यादा थी कि भूजल सतह पर आकर बहने लगा था। ये स्थिति इस क्षेत्र में पहले भी हुई थी लेकिन वर्तमान में जिस तरह पानी बहा है, ऐसा पहली बार ही हुआ है।

जैसलमेर के मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र में ट्यूबवेल बोरिंग के दौरान अचानक पानी फूट गया जो की लगातार बहता ही रहा। रविवार देर रात पानी ने बहना बंद किया। पानी के बंद होने पर गांव वालों ने राहत की सांस ली। वही पानी निकलने के कारण 50 टन की ट्यूबवेल खोदने वाली मशीन पूरी तरह से जमीन में समा गई जिसकी हाईट 50 फीट के करीब है। खेत के मालिक का कहना है की उसने अपनी कुल देवी से पानी बंद होने के लिए प्रार्थना की थी उसके बाद ही पानी बंद हुआ है।
पहली बार इतना पानी बहा
वहीं भूजल वैज्ञानिक डाॅ. नारायण ईणखिया ने कहा, लगभग 850 फीट की गहराई के बाद मोहनगढ़ में भूजल प्रवाहित होना शुरू हो गया था। उसकी गति इतनी ज्यादा थी कि भूजल सतह पर आकर बहने लगा था। ये स्थिति इस क्षेत्र में पहले भी हुई थी लेकिन वर्तमान में जिस तरह पानी बहा है, ऐसा पहली बार ही हुआ है।
जमीन धंसने और विस्फोट की है संभावना
उप तहसीलदार ललति चारण ने कहा की इस जगह वापस कभी भी रिसाव दोबारा शुरू हो सकता है, जिसमें से हानिकारक तत्व जैसे जहरीली गैस आदि का रिसाव हो सकता है। जमीन धंसने और विस्फोट होने की संभावना बनी हुई है। इस क्षेत्र में धारा 163 (पूर्व की धारा 144) लगा दी गई है। इस ट्यूबवेल के 500 मीटर के क्षेत्र में प्रवेश पर रोक लगा दी है। खेत के काश्तकार को भी जाने से रोक दयिा गया है।
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