एक बार फिर शिक्षा मंत्री दिलावर और भाजपा पर भड़के राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा
एक बार फिर डोटासरा ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और भाजपा पर निषाना साधा है। डोटासरा ने कहा की भाजपा का भरोसा सिर्फ झूठ में है, इसलिए झूठ बोलना और झूठ फैलाना इनके नेताओं और मंत्रियों की फितरत बन गया।

राजस्थान में इंग्लिश मीडियम स्कूल बंद किए जाने के फैसले के बाद से ही राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा खासे नाराज नजर आ रहे है। एक बार फिर डोटासरा ने प्रदेष के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और भाजपा पर निषाना साधा है। डोटासरा ने कहा की भाजपा का भरोसा सिर्फ झूठ में है, इसलिए झूठ बोलना और झूठ फैलाना इनके नेताओं और मंत्रियों की फितरत बन गया।
शिक्षा मंत्री ने ओढ रखा है झूठ का लिबास- डोटासरा
अपने सोषल मीडिया पेज पर पोस्टा कर डोटासरा ने लिखा की राजस्थान के शिक्षा मंत्री झूठ का लिबास ओढ़कर हर बार जनता को गुमराह करने एवं कुतर्क करके अपनी कमियों को छिपाने की काबिलियित दिखाते हैं। शिक्षा मंत्री का यह कहना कि सिर्फ इंग्लिश मीडियम की तख्ती टांग दी है, नितांत ही खेदजनक है। जबकि सच्चाई ये है कि कांग्रेस सरकार की नीति और रणनीति ने गरीब एवं कमजोर वर्ग के बच्चे का अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ने का सपना साकार किया।
अन्य राज्यों में भी खुले इंग्लिश मीडियम स्कूल
डोटासरा ने आगे लिखा की यूपी, बिहार और छत्तीसगढ़ ने हमारे महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के शिक्षा मॉडल का अध्ययन किया और छत्तीसगढ़ में राजस्थान की तर्ज पर स्कूल खोले गए। सच ये है कि कांग्रेस सरकार के दौरान नए स्कूलों में 70,374 नवीन पद सृजित किए गए। 10453- कम्प्यूटर शिक्षक, 12421- उप प्रधानाचार्य, 10000- अंग्रेजी माध्यम संविदा शिक्षक, 13500- अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में विभिन्न श्रेणियों में नवीन पद एवं 24000 से अधिक क्रमोन्नत विद्यालयों में विभिन्न श्रेणियों में पद सृजित किए गए।
विधायकों, अधिकारियों के बच्चें भी है इन स्कूलों में
डोटासरा के अनुसार विधायक, डॉक्टर्स और अधिकारियों के बच्चों ने इन अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में दाखिला लिया। स्कूलों के जबरदस्त रूझान के बावजूद कार्यालय आदेश 13 एवं 17 जुलाई, 2022 को इस बात प्रावधान किया गया कि अगर कोई विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा नियमित नहीं रखना चाहे तो संस्था प्रधान द्वारा उसे नजदीक के हिन्दी माध्यम में प्रवेश दिलाया जाएगा। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का रूपांतरण निर्धारित मानदंडों के अनुसार किया गया। सामान्यतरू बालिकाओं के विद्यालय को रूपांतरित नहीं करने का प्रस्ताव किया गया, लेकिन फिर भी जरूरत पड़े तो एसडीएमएसी की सहमति से किया गया। वो भी सिर्फ उस स्थिति में जब नजदीक में राजकीय विद्यालय उपलब्ध हो जहां बालिकाओं की पढ़ाई हिन्दी माध्यम में जारी रह सके। डोटासरा ने कहा की षिक्षा मंत्री द्वारा ये कहना है कि हिन्दी माध्यम के बच्चों ने पढ़ाई छोड़ दी सरासर झूठ व गलत तथ्य है।
भाजपा का काम है स्कूलों को बंद करवाना
भाजपा पर हमला बोलते हुए डोटासरा ने कहा की भाजपा का काम स्कूलों को बन्द करना है जबकि हमारी सरकार ने इनके बन्द किए स्कूलों में से 1500 से अधिक स्कूल पुनः हिंदी माध्यम में खोले और 387 स्कूलों को पुनः खोल कर महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में संचालित किया गया है। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का ऐलान शिक्षा प्रणाली में सुधार की नई नींव एवं क्रांतिकारी बदलाव था। इन्हें रूपांतरित करना जन भावना का निर्णय था, यह जबरदस्ती थोपा गया निर्णय नहीं था।
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