RAJASTHAN:अशोक गहलोत की सक्रियता से सियासी गलियारों में लगने लगे कयास, जल्द होगा कुछ बड़ा
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन दिनों पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रहे है। गहलोत हर छोटे- बड़े मुद्दे पर पर सरकार को घेरने में लगे है। गहलोत के इस एक्शन मोड़ को देखकर सियासी गलियारों में कई कयास भी लगाए जा रहे है।

जयपुर।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर प्रशान्त किशोर को उनके बयानों पर जमकर खरीखोटी सुनाई है। वहीं गहलोत ने बिजली, पानी और चिकित्सा के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को आड़े हाथों लिया है। गहलोत ने सोशल मीडिया पर शिव विधानसभा के भिंयाड़ गांव के एक फोटो को साझा किया। इस फोटो में एक बुजुर्ग व्यक्ति को अस्पताल के बाहर जमीन पर लिटाकर ईलाज किया जा रहा है।
राजस्थान सरकार की व्यवस्था पर सवाल -गहलोत
गहलोत ने लिखा है कि "इस तरह की हृदय विदारक तस्वीर आना राजस्थान सरकार की व्यवस्था पर सवाल है। मुख्यमंत्री जी एवं स्वास्थ्य मंत्री इस पर संज्ञान लें एवं आगे कहीं भी इसकी पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें।"
बेहद आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें -अशोक गहलोत
वहीं इसी के साथ अशोक गहलोत ने हीट वेव से आमजनता की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई है। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मुझे ऐसा याद है कि 1990 के दशक में भी एक बार इसी तरह राजस्थान में कुछ जगह तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार गया था। तब भी हीट स्ट्रोक के कारण लोग हताहत हुए थे। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए बर्फ की सिल्लियां लाई गईं एवं हीट स्ट्रोक के वार्ड्स का तापमान कम कर इलाज किया गया था। राजस्थान में हीटस्ट्रोक से अभी तक एक दर्जन से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। आमजन से निवेदन है कि बेहद आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। घर के बाहर पक्षियों एवं पशुओं के पीने के लिए भी पानी रखने का प्रयास करें। सरकार भी गर्मी से होने वाली परेशानियों से निपटने का पूरा इंतजाम रखे। मजदूर एवं निम्न आय वर्ग के लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने वाले समृद्ध वर्ग से निवेदन है कि इस गर्मी में सहानुभूतिपूर्वक विचार कर सुबह और शाम में ही काम करवाएं जिससे इनका जीवन और आजीविका दोनों चल सकें।
प्रधानमंत्री की खुली पोल -अशोक गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को उनकी योजनाओं को बंद करने को लेकर घेरा है। गहलोत ने लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान की जनता को गारंटी दी थी कि हमारी सरकार की किसी योजना को बंद या कमजोर नहीं किया जाएगा परन्तु रोज अखबारों में छप रहीं खबरें इस गारंटी की पोल खोल रही हैं। 87 लाख बुजुर्गों, दिव्यांगों एवं विधवाओं की पेंशन ना आना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह पेंशन ना सिर्फ इनके जीवनयापन में मदद करती है बल्कि इन्हें आत्मसम्मान के साथ जीवन जीने का मौका देती है। मैं मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा से निवेदन करता हूं कि सामाजिक सुरक्षा की इन योजनाओं को मजबूत करें जिससे राजस्थान के आमजन का सम्मान बढ़े।
राजस्थान में संभालेंगे बड़ी जिम्मेदारी
गहलोत की इस सक्रियता को देखकर कर कांग्रेसी कार्यकर्ता और नेताओं में कई चर्चाएं तेज हो गई है। माना जा रहा है कि अगर 4 जून को लोकसभा चुनाव का रिजल्ट कांग्रेस की अपेक्षाओं के अनुरूप रहता है तो कांग्रेस में उच्च स्तर पर कई बड़े बदलाव देखें जाएंगे। ऐसे में अशोक गहलोत एक महत्वपूर्ण भूमिका में नजरआएंगे। इसी के साथ गहलोत ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि जो लोग उनके रिटायरमेंट की अफवाह उड़ा रहे थे उन्हें अभी और लम्बा इंतजार करना पड़ेगा।
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