उदयपुर के महाराजा का खून से हुआ राजतिलक, परिवार का आपसी विवाद आया सामने
सोमवार को उदयपुर में विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक होने के बाद विवाद खड़ा हो गया। चित्तौड़गढ में तिलक दस्तूर के बाद उदयपुर के सिटी पैलेस स्थित धूणी माता के दर्शन का कार्यक्रम था। लेकिन इससे पहले सिटी पैलेस के दरवाजे विश्वराज सिंह के लिए बंद कर दिए गए।

सोमवार को उदयपुर में विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक होने के बाद विवाद खड़ा हो गया। चित्तौड़गढ में तिलक दस्तूर के बाद उदयपुर के सिटी पैलेस स्थित धूणी माता के दर्शन का कार्यक्रम था। लेकिन इससे पहले सिटी पैलेस के दरवाजे विश्वराज सिंह के लिए बंद कर दिए गए। इसके बाद विश्वराज के समर्थ बैरिकेड पर चढ़ गए और उसे फांदने की कोशिश करने लगे। तभी सिटी पैलेस के अंदर से पथराव होने लगा। देर रात वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसके चलते डीएम-एसपी ने सिटी पैलेस के बाहर भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया। मौजूदा हालात को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने सिटी पैलेस में बड़ी पोल से धूणी और जनाना महल तक के विवादित क्षेत्र के लिए रिसीवर नियुक्त करने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट भेजी है।
उदयपुर जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा, कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। महल के प्रतिनिधियों के साथ-साथ समाज के प्रतिनिधियों से भी बातचीत चल रही है। हम कुछ मुद्दों पर सहमत हो गए हैं, जबकि कुछ अन्य के लिए बातचीत अभी भी जारी है। जिला प्रशासन ने धूणी माता मंदिर के विवादित स्थल को रिसीवरशिप में लेने की दिशा में कदम बढ़ाया है। अगर दोनों में से कोई भी समूह मामला दर्ज कराना चाहता है, तो वह दर्ज किया जाएगा।
What's Your Reaction?






