पहले पति ने बताया चुनावी बॉन्ड को सबसे बड़ा घोटाला, अब निर्मला सीतारमण ने किया चुनाव लड़ने से मना
पैसे की कमी के चलते निर्मला सीतारमण नहीं लड़ेंगी लोकसभा का चुनाव। हालांकि उनके पति और पराकला प्रभाकर प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं। हाल में उन्होंने चुनावी बॉन्ड को भारत का ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला बताया था। इस घटना को भी उनके चुनाव नहीं लड़ने से जोड़कर देखा जा रहा है।

देश की सबसे अमीर पार्टी की नेता निर्मला सीतामरण ने पैसों की कमी के कारण चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चुनाव लड़ने की अटकलों को विराम देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी क्योंकि उनके पास चुनाव लड़ने लायक पैसे नहीं हैं।सीतारमण ने बताया कि उन्हें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़ने का विकल्प दिया था।
निर्मला सीतारमण ने क्या कहा?
सीतारमण ने कहा कि “पार्टी ने मुझसे पूछा था… एक सप्ताह या दस दिन तक सोचने के बाद, मैंने मना कर दिया। मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए उतने पैसे नहीं हैं। मुझे भी परेशानी होगी, चाहे वो आंध्र प्रदेश हो या तमिलनाडु। जीतने सुनिश्चित करने वाले अलग-अलग मानदंडों का भी प्रश्न है… क्या आप इस समुदाय से हैं या आप उस धर्म से हैं? क्या आप यहीं से हैं? मैंने कहा नहीं, मुझे नहीं लगता कि मैं ऐसा कर पाऊंगी।”
निर्मला सीतारमण की संपत्ति: बैंक में 34 हजार, कैश 20 हजार
भाजपा नेता निर्मला सीतारमण राज्यसभा सांसद हैं। उनका कार्यकाल जुलाई 2016 में शुरू हुआ था। निर्मला सीतारमण द्वारा दाखिल हलफनामे के मुताबिक, उनके पास तेलंगाना में 99 लाख 36 हजार रुपये का एक मकान है। तेलंगाना में ही 16 लाख रुपये से ज्यादा की गैर कृषि भूमि है। मकान को सीतारमण और उनके पति पराकाला प्रभाकर, दोनों ने मिलकर खरीदा था। वहीं जमीन का मालिकाना हक सिर्फ सीतारमण के पास है।
सीतारमण के मुताबिक, उनके पास 28 हजार रुपये का एक स्कूटर है। 7 लाख 87 हजार 500 रुपये के गहने हैं, जिसमें 315 ग्राम सोना और दो किलो चांदी शामिल है। वित्तमंत्री ने हलफनामें में बताया था कि उनके बैंक में 34,585 रुपये हैं, कैश 20,100 रुपये है।
चुनावी बॉन्ड को घोटाला बता चुके हैं वित्तमंत्री के पति
निर्मला सीतारमण के पति पराकला प्रभाकर प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं। हाल में उन्होंने चुनावी बॉन्ड को भारत का ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला बताया था। प्रभाकर का अनुमान है कि ‘चुनावी बांड का मुद्दा’ सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को भारी पड़ेगा।
‘रिपोर्टर टीवी’ नाम के न्यूज चैनल से बातचीत में प्रभाकर ने कहा, “चुनावी बांड का मुद्दा आज जितना है उससे कहीं ज़्यादा तेजी से बढ़ेगा। हर कोई अब यह समझ रहा है कि यह न सिर्फ भारत का बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है। इस मुद्दे के कारण जनता इस सरकार को कड़ी सजा देंगी।” चुनाव आयोग (ECI) की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा के अनुसार, चुनावी बांड का सबसे ज्यादा लाभ भाजपा को ही मिला है।
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