अमित शाह के बयान पर सियासत हुई तेज, कांग्रेस अध्यक्ष ने मांगा इस्तीफा
संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अंबेडकर वाले बयान पर अब सियासत बढ़ती जा रही है। शाह ने कहा की कांग्रेस ने मेरे बयान को तोड मरोड कर पेश किया है। संसद में बात तथ्यों और सत्य के आधार पर होनी चाहिए।

संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अंबेडकर वाले बयान पर अब सियासत बढ़ती जा रही है। शाह ने कहा की कांग्रेस ने मेरे बयान को तोड मरोड कर पेश किया है। संसद में बात तथ्यों और सत्य के आधार पर होनी चाहिए। इसी के साथ शाह ने कांग्रेस पार्टी को संविधान, अंबेडकर और आरक्षण विरोधी पार्टी बताया है।
शाह ने साधा खडगे पर निशाना
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने अमित शाह से इस्तीफा मांगा है। उन्होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज रात 12 बजे तक शाह को बर्खास्त करने की मांग की है। इस पर अमित शाह ने एक प्रेस काॅन्फ्रेंस बुलाकर कहा की केंद्रीय भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा की मेरे इस्तीफा देने से खडगे जी को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होने कहा की मेरे इस्तीफा देने से उनकी दाल गलने वाली नहीं है। वे अभी जहां है, अगले 15 साल तक भी वहीं रहने वाले है।
अमित शाह ने कहा, जब संसद में चर्चा चल रही थी, तो यह साबित हो गया कि कांग्रेस ने किस तरह बाबा साहेब आंबेडकर का विरोध किया। किस तरह कांग्रेस ने बाबा साहेब की मृत्यु के बाद भी उनका मजाक उड़ाने की कोशिश की... जहां तक भारत रत्न देने की बात है, कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद को भारत रत्न दिया है। नेहरू जी ने 1955 में खुद को भारत रत्न दिया, इंदिरा गांधी ने 1971 में खुद को भारत रत्न दिया और बाबा साहेब को 1990 में भारत रत्न मिला, जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं थी और भारतीय जनता पार्टी द्वारा समर्थित सरकार थी... आंबेडकर के प्रति नेहरू की नफरत जगजाहिर है।
पीएम मोदी से खडगे ने की मांग
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा की हमारी मांग है कि अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए और अगर पीएम मोदी को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पर भरोसा है तो उन्हें आधी रात तक बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्हें कैबिनेट में रहने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए तभी लोग चुप रहेंगे, अन्यथा लोग विरोध करेंगे। लोग डॉ. बीआर अंबेडकर के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं।
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