राजस्थान विधानसभा में रात भर कांग्रेसी नेताओं ने किया विरोध प्रदर्शन
वहीं राजस्थान विधानसभा में पूरी रात विरोध प्रदर्शन करने के बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा की सरकार का चर्चा करने का कोई इरादा नहीं है। हमारी तरफ से टकराव की कोई स्थिति नहीं है। हमारी बस एक छोटी सी मांग है कि इंदिरा गांधी के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द वापस लिए जाएं।

राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को मंत्री अविनाश गहलोत के एक बयान के बाद जोरदार हंगामा हुआ। दरअसल अविनाश गहलोत ने अपने संबोधन में कहा था की कांग्रेस अपनी दादी के नाम पर सारी योजनाएं बनाती थी। गहलोत के इस बयान पर कांग्रेसी नेताओं ने आपत्ति जताते हुए इसे इंदिरा गांधी का अपमान बताया और जमकर हंगामा किया। इसके चलते सदन से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत 6 विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया था। कांग्रेस के कई नेताओं ने रात भर सदन में बैठकर विरोध प्रदर्शन किया।
अपने शब्द वापस ले मंत्री- टीकाराम जूली
वहीं राजस्थान विधानसभा में पूरी रात विरोध प्रदर्शन करने के बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा की सरकार का चर्चा करने का कोई इरादा नहीं है। हमारी तरफ से टकराव की कोई स्थिति नहीं है। हमारी बस एक छोटी सी मांग है कि इंदिरा गांधी के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द वापस लिए जाएं। हमारी कोई और मांग नहीं है। अगर इस बात पर भी सत्ता पक्ष सहमत नहीं है तो यह गलत है। वे विधानसभा की गरिमा को धूमिल कर रहे हैं। जो कार्रवाई विपक्ष को करनी चाहिए, वह यहां सत्तारूढ़ दल द्वारा की जा रही है।
अध्यक्ष की गरिमा रखना हम सभी का दायित्व है- जोगाराम पटेल
कांग्रेसी नेताओं के प्रदर्शन पर भाजपा सरकार में मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा की हमारे मंत्री ने सिर्फ ये कहा था कि ये योजनाएं आपकी दादी इंदिरा गांधी के कार्यकाल में बनी थी। उन्होंने किसी अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। झूठा बहाना पकड़कर कांग्रेस विधायक भड़क कर अध्यक्ष के आसन की तरफ बढ़े। अध्यक्ष की गरिमा रखना हम सभी का दायित्व है।
What's Your Reaction?






