सिरोही में एक ही परिवार के 3 बच्चों की मौत, सरकार को खबर तक नहीं, संयम लोढ़ा ने मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा
प्रदेश की भजनलाल सरकार सूबे की जनता के प्रति कितनी संवेदनहीन है, इस की बानगी सिरोही जिले में देखने को मिली है।
राइजिंग राजस्थान के जरिए प्रदेश की शान-ओ-शौकत को चमकाने और देशी-विदेशी निवेशकों को लुभाने की तैयारी में जुटी प्रदेश की भजनलाल सरकार सूबे की जनता के प्रति कितनी संवेदनहीन है, इसी की बानगी सिरोही जिले में देखने को मिली है। दरअसल जिले में एक ही परिवार के 3 बच्चों की कुछ-कुछ अंतराल पर मौत हो गई, जबकि 1 बच्ची पालनपुर गुजरात में वेंटिलेटर पर है। इसके बावजूद सरकार ने इस परिवार की खैर-खबर तो लेना दूर, सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
संयम लोढ़ा ने सरकार को जमकर खरी-खरी सुनाई
इसे लेकर सिरोही से पूर्व विधायक और तत्कालीन मुख्यमंत्री के सलाहकार रह चुके संयम लोढ़ा ने सरकार को घेरा है। संयम लोढ़ा ने एक्स पोस्ट के जरिए सरकार को जमकर खरी-खरी सुनाई, साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के इस्तीफे की मांग भी कर डाली। संयम लोढ़ा ने लिखा कि राइजिंग राजस्थान का नारा लेकर दुनियाभर में निवेश मांगने निकले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के लिए यह एक बहुत लज्जा का विषय है कि सिरोही तहसील के काकेन्द्रा गांव में एक ही आदिवासी परिवार के तीन बच्चों की इसी माह कुछ-कुछ दिन के अंतराल में मृत्यु हो गई और एक बच्ची वेंटिलेटर पर पालनपुर गुजरात में उपचाररत है।
भानाराम भील पर गिरा मुसीबतों को पहाड़
कांग्रेस नेता ने बताया कि भानाराम भील के 5 साल के बेटे गोपाल की मृत्यु 5 नवंबर, 2 साल की बेटी आशा कुमारी की 10 नवंबर और 7 साल की बेटी जिया कुमारी की 14 नवंबर को मृत्यु हो गई, वहीं 13 साल की बेटी देवू कुमारी पालनपुर हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं। लोढ़ा ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी मिलते ही उन्होंने जिला चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी से बात कर उन्हें मौके पर भेजा। भानाराम भील के दो बच्चे और गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, जिन्हें 108 एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल सिरोही में भर्ती करवाया गया है।
सिरोही जिले में प्रशासनिक व्यवस्था तोड़ चुकी है दम
पूर्व सीएम सलाहकार लोढ़ा ने लिखा कि ये पूरी तस्वीर यह बयां करती हैं कि सिरोही जिले में पूरी तरह से प्राशसनिक व्यवस्था दम तोड़ चुकीं है। जिला प्रशासन की रात्रि चैपाल, जन सुनवाई, साप्ताहिक बैठकों का जनता से कोई सरोकार नहीं रह गया है। न तो प्रशासन को कोई कहने वाला हैं, न कोई सुनने वाला हैं। इस गंभीर लापरवाही के लिए मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राजस्थान के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर से इस्तीफे की मांग करता हूं।
लोढ़ा ने आज सीएम के प्रमुख सचिव को स्थिति से कराया अवगत
वहीं लोढ़ा ने आज मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के प्रमुख सचिव शिखर अग्रवाल से फोन पर बात कर भील के परिवार के साथ हुई दुःखद घटना की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही सिरोही जिला अस्पताल में भर्ती उनके दो बच्चे और पालनपुर में भर्ती उनकी तीसरी बच्ची की स्थिति के बारे में अवगत कराया।
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